How to make lesson plan for political science class 12?
Here is a sample of lesson plan for political science class 12?
How to make lesson plan for political science class 12 ? |
पाठ योजना ( हरबर्ट उपागम के अनुसार )
विषय : राजनैतिक विज्ञान कक्षा
: 12
उपविषय : आर्थिक असमानता अवधि : 40 मिनट
व्यवहारगत उद्देश्य
ज्ञान : -
1 विद्यार्थी आर्थिक असमानता की परिभाषा से
परिचित हो जायेंगे |
2 विद्यार्थी आर्थिक असमानता के स्वरूप से अवगत
हो जायेंगे |
अवबोधन : -
1 विद्यार्थी आर्थिक असमानता के अर्थ को स्पष्ट
कर सकेंगे |
2 विद्यार्थी आर्थिक असमानता की परिभाषा का
विश्लेष्ण कर सकेंगे |
3 विद्यार्थी आर्थिक असमानता की दशाओं का विवेचन
कर सकेंगे |
4 विद्यार्थी आर्थिक असमानता लागू होने के
कारणों को स्पष्ट कर सकेंगे |
कौशल : -
1 विद्यार्थी तालिका व रेखाचित्र के माध्यम से आर्थिक असमानता समझने में कुशल हो जाएंगे |
2 विद्यार्थी रेखाचित्र के माध्यम से किसी उदाहरण द्वारा आर्थिक असमानता के स्पष्टीकरण हेतु अंकन करने में कुशल हो
जाएंगे |
प्रयोग : - विद्यार्थी वैकल्पिक परिस्थिति में आर्थिक असमानता के लागू होने की जांच का निष्कर्ष निकालने में
सक्षम होंगे |
अनुदेश्नात्मक
सामग्री :
1 आर्थिक असमानता सम्बन्धी तालिका
2 तालिका पर आधारित रेखाचित्र
पूर्व ज्ञान
छात्राध्यापक यह अनुमान लगाता है कि सभी विद्यार्थी आर्थिक असमानता सम्बन्धी जानकारी रखते हैं | विद्यार्थियों के
पूर्व ज्ञान को जाचनें के लिए निम्नलिखित प्रश्न पूछे जायेंगे :
संख्या
|
छात्राध्यापक
|
विद्यार्थी
|
1
|
हम किस देश के
निवासी है ?
|
भारत के
|
2
|
आर्थिक दृष्टि से
भारत कैसा है ?
|
विकासशील
|
3
|
आर्थिक असमानता किसे कहते है ?
|
नहीं पता
|
उद्देश्य कथन :- अंतिम प्रश्न के
पश्चात छात्राध्यापक अध्यापिका धोषणा करेगी कि आप हम आर्थिक असमानता के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे
शिक्षण बिंदु
|
छात्राध्यापक क्रियाएं
|
छात्र क्रियाएं
|
चाक बोर्ड कार्य
|
आर्थिक असमानता किसी
व्यक्तियों के समूह, आबादी के समूहों या देशों के बीच, स्थित आर्थिक अंतर को दर्शाता है। आर्थिक
असमानता कभी-कभी आय असमानता, धन असमानता, या धन अंतर को संदर्भित करती है। अर्थशास्त्री
आम तौर पर आर्थिक असमानता के अध्ययन हेतु तीन मापीय प्रणाली पर ध्यान केंद्रित
करते हैं: धन, आय और खपत। आर्थिक असमानता का मुद्दा समानता के
विचारों, परिणामों की समानता और अवसर की समानता के
लिए प्रासंगिक है।
|
आय असमानता
धन असमानता
धन अंतर
|
||
आर्थिक असमानता कि परिभाषा
|
भारत में आर्थिक असमानता को चार भागों में विभक्त
किया जाता है
. आय में असमानता
. लोगो के खर्च व व्यय में असामनता
. संपत्ति में असमानता
. क्षेत्रीय असमानता
भारत
में आर्थिक असमानता इस प्रकार बिद्धमान की भारत की कुल कमाई का 90%
हिस्सा
1% लोगो के पास है बाकी 10% पूंजी 90%
लोगो
के पास है। यह पूंजी के आसमान वितरण को दर्शाता है।
उपभोग
व व्यय में व्याप्त असमानता एक ऐसी स्तिथि को दर्शाती है जिसमें व्यय करने वाले
लोगो की संख्या बहुत कम तथा उपभोग करने वालो की संख्या बहुत अधिक है। ये स्तिथि
एक बात परिमाण है कि एक बहुत बड़े वर्ग को अपना जीवन जीने के लिए बहुत अधिक
संघर्ष करना पड़ता है परन्तु इसके विपरित बहुत कम लोग है को उच्च कोटि की जीवन
शैली प्राप्त होती है।
क्षेत्रीय
असमानता के द्वारा एक ऐसी स्तिथि का पता चलता है कि क्यों भारत के तटीय राज्य
सबसे ज्यादा कमा के देते है ओर बही उत्तर तथा उत्तर पूर्व के राज्यो को सरकार
द्वारा हर साल बहुत अधिक मात्रा में धन राशि देनी पड़ती है जो भारत के राजकोषीय
घाटे को बढ़ाने में काफी हद्द तक जिम्मेदार है।
|
. आय में असमानता
. लोगो के खर्च व व्यय में असामनता
. संपत्ति में असमानता
. क्षेत्रीय असमानता
|
|
आर्थिक असमानता को कितने भागों में विभक्त किया जाता
है ?
|
आर्थिक असमानता को चार भागों में विभक्त किया जाता है
|
||
भारत में आर्थिक असमानता की प्रकृति एवं सीमा
|
भारत में आर्थिक असमानता की की गणना
उपभोग वितरण ओर आय कर के आधार पर की जाती है। भारत में आय के वितरण की जांच करने
के लिए एक आयोग गठित किया गया जिसको महालनोविस आयोग कहते है। इस आयोग ने अपनी
रिपोर्ट 1964 में सामने
रखी!
|
महालनोविस आयोग
1964
|
|
महालनोविस आयोग ने अपनी रिपोर्ट कब सामने रखी ?
|
आयोग ने अपनी रिपोर्ट 1964 में सामने रखी!
|
||
भारत में आर्थिक असमानता के कारण
|
1. सम्पत्ति के मालिकाना हक में असमानता
2. विरासत के नियम
3. संगठित क्षेत्र में नौकरियों कि कमी
4. पेशेवर सेवाओं की शिक्षा में कमी
5. मंहगाई
6. बेरोज़गारी
7. कर संग्रह में कमी
8. भ्रष्टाचार ओर काले काम
9. राजनीतिक criminalization
|
1. सम्पत्ति के मालिकाना हक में असमानता
2. विरासत के नियम
3. संगठित क्षेत्र में नौकरियों कि कमी
4. पेशेवर सेवाओं की शिक्षा में कमी
5. मंहगाई
6. बेरोज़गारी
7. कर संग्रह में कमी
8. भ्रष्टाचार ओर काले काम
9. राजनीतिक criminalization
|
सामान्यीकरण : आर्थिक असमानता किसी व्यक्तियों के
समूह, आबादी के समूहों या
देशों के बीच, स्थित आर्थिक अंतर को दर्शाता है। आर्थिक असमानता कभी-कभी आय
असमानता, धन असमानता, या धन अंतर को
संदर्भित करती है। अर्थशास्त्री आम तौर पर आर्थिक असमानता के अध्ययन हेतु तीन
मापीय प्रणाली पर ध्यान केंद्रित करते हैं: धन, आय और खपत। आर्थिक असमानता का मुद्दा समानता के
विचारों, परिणामों की समानता
और अवसर की समानता के लिए प्रासंगिक है।
मुल्यांकन : विद्यार्थियों के
मुल्यांकन को जाचनें के लिए निम्नलिखित प्रश्न पूछे जायेंगे :
1 भारत में आर्थिक असमानता के कारण कौन से है ?
2 आर्थिक असमानता क्या
है ?
3 आर्थिक असमानता को कितने
भागों में विभक्त किया जाता है ?
4 महालनोविस आयोग ने अपनी रिपोर्ट कब सामने रखी ?
गृहकार्य :
‘आर्थिक असमानता’ का
संक्षेप में वर्णन कीजिये
No comments:
Post a Comment